Long term investment kya hai| लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट क्या है
By Javed / September 03,2023:
Long term investment का मतलब लंबी अवधि के लिए निवेश करना होता है। लॉन्ग टर्म में निवेश करने की अवधि जब कोई निवेशक अपने निवेश में अगले 10 या 15 साल के लिए प्लान करता है, इसका मतलब वह लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट होगी।
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में निवेशक रियल एस्टेट, स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड्स, बॉन्ड्स जैसे विकल्प में 10 से 15 साल के लिए निवेश करता है, जिससे निवेशक को निवेश की राशि पर कंपाउंडिंग इफेक्ट की वजह से अच्छे रिटर्न्स प्राप्त हो सकते हैं, अगर निवेशक एक अच्छी रिसर्च और भविष्य में ग्रोथ करने वाले सेक्टर में अपना धन निवेश करता है तो।
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| शीर्षक | Long term investment kya hai| लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट क्या है |
| श्रेणी | इंवेस्टमेंट |
| विवरण | Long term investment kya hai| लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट क्या है |
| वर्ष | 2023 |
| देश | भारत |
लॉन्ग टर्म में थोड़ी राशि से भी अमीर कैसे बनें | How to become rich with a small amount in long term investment:
अगर आप कोई जॉब करते हैं और हर महीने 15 से 20 हजार रुपए कमाते हैं तो आप भी अमीर बन सकते हैं, बस इसके लिए आपको सही शिक्षा और वित्तीय समझ और पैसों को सही से मैनेज करना सीखना होगा।
अगर आपके अंदर अमीर बनने की सच्ची इच्छा है और आप अपने भविष्य को सुधारना चाहते हैं, तो आपके लिए काफी है:
1. ज्ञान:
अमीर बनने के लिए सबसे पहली चीज है ज्ञान क्योंकि सही शिक्षा ही इंसान को सफलता का मार्ग दिखाती है।
2. वित्तीय समझ का होना:
वित्तीय समझ का मतलब आपका माइंडसेट क्योंकि जब तक आप अपनी सोच को अमीरों वाली नही बनाते तब तक आप कुछ भी नहीं कर सकते हैं।
3. मनी मैनेजमेंट:
मनी मैनेजमेंट का मतलब आप पैसों को किस तरह इस्तेमाल करते हैं। दुनिया में ज्यादा संख्या में लोग हर दिन सुबह उठ कर काम पर जाते हैं, दिन भर 9 से 5 कड़ी मेहनत करते हैं सिर्फ इसलिए की महीने की फिक्स्ड तारीक पर फिक्स सैलरी मिलेगी। वित्तीय समझ की कमी के कारण और मनी मैनेजमेंट नही करने की वजह से वह सैलरी मिलते ही बगैर सोचे समझे खर्च करते हैं और पूरा महीना खत्म होने से पहले उनकी सारी सैलरी के पैसे खत्म हो जाते हैं। फिर वह अपने खर्च के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, अगली सैलरी मिलने पर चुका देंगे, और इस तरह से अपनी सारी लाइफ निकाल देते हैं।
अगर सच में आप अमीर बनना चाहते हैं तो आपको अपने मेहनत से कमाए पैसों को सही से खर्च करना सीखना चाहिए।
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लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट कैसे करें | How to do long term investment:
1. ट्रैक एक्सपेंस:
सबसे पहले आप हो कुछ भी कमाते हैं, वह खर्च कहां करते हैं, सबसे पहले आपको अपनी पूरी कमाई को खर्च करते समय लिखना चाहिए। अगर आप एक महीने लगातार अपने खर्च को लिखेंगे तो आपको पता चलेगा कि आप अपनी कमाई को कहां खर्च करते हैं। अब आपको अपनी जरूरतों को छोड़कर ऐसे खर्चों को ढूंढना है जो जरूरी नहीं हैं।
2. बचत:
हर महीने काम से काम आपकी सैलरी का 10% बचा कर आपको सेव करना चाहिए। बचत के लिए आपको एक अलग सेविंग अकाउंट ओपन करना चाहिए। आपके 6 या 12 महीने का खर्च आसानी से पूरा हो जाए उतने पैसों को सबसे पहले सेव करके, इमर्जेंसी फंड बनाना चाहिए।
3. इन्वेस्टमेंट:
जब आप पैसों को मैनेज करके बचत करके अपने लिए एक इमर्जेंसी फंड बना लें, उसके बाद आपको अपनी हर महीने की बचत की राशि को बैंक अकाउंट में नहीं रखना चाहिए। आपको किसी ऐसी जगह निवेश का विकल्प तलाशना होगा , जहां कंपाउंडिंग का लाभ मिलता हो। फिर आपको एक तय राशि हर महीने तय समय और तय रकम जो आप अपने लिए चाहते हैं, उसके अनुसार एक गोल सेट करके अपने लक्ष्य को पूरा करने में लग जाना चाहिए।
लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट विकल्प | long term investment options:
PPF account
NPS account
म्यूचुअल फंड्स
इंडेक्स फंड्स
ETF
स्टॉक्स
पैसिव इनकम साइड हसल:
अगर आप सुबह 9 से 5 की जॉब करते हैं, उसके साथ आप कोई ऐसा काम तलाशें जिससे आपको कुछ और कमाने का मौका मिले। आज के समय में ऑनलाइन बहुत सी चीजें हैं। आप जिस भी फील्ड में काम करते हों उसके अनुसार कोई साइड हसल बना लें, ऐसे आप ज्यादा निवेश कर पाएंगे और जल्दी अपने लक्ष्य तक पहुंच पाएंगे।
लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट के फ़ायदे | long term investment benefits:
कंपाउंडिंग का मैजिक, कंपाउंडिंग को दुनिया का 8वां अजूबा कहा जाता है। जब कोई निवेशक अपने निवेश को जितना टाइम देता है, निवेशक का धन उतनी तेज गति से बढ़ता है।
PPF, NPS, म्यूचुअल फंड्स, इंडेक्स फंड्स, ईटीएफ, यह सब शेयर बाजार में ही निवेश करते हैं और आपको पता होना चाहिए की शेयर बाजार में निवेश में जोखिम होता है। लेकिन अगर आप लंबी अवधि के लिए बाजार में निवेश कर रहे हैं तो आपको बाजार के वर्तमान उतार चढ़ाव नहीं देखना चाहिए। आपको अपना ध्यान अपने लक्ष्य पर रखना चाहिए और अपने पोर्टफोलियो को समय के साथ थोड़ा बदलाव कर रिस्क को मैनेज करके आगे बढ़ते रहना चाहिए।
अगर आप लगातार हार महीने 2 या 5 हजार रूपए ही निवेश करें अगले 10 या 15 साल के लिए तो आप सोच भी नही सकते आप कितना पैसा इकठ्ठा कर सकते हैं।
अगर आपको जानना है की कितना पैसा तो कैलकुलेटर पर जाएं और अपनी हर महीने की निवेश राशि डालें 2 या 5 हजार रुपए, रिटर्न 10% चक्रवर्ती, और वर्ष डालें। आपको पता चल जाएगा कंपाउंडिंग का मैजिक और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की ताकत।
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लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद
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