Company share buy back kyun karti hai
By Javed / 13 November 2023:
कंपनी के शेयर बाय बैक करने के बहुत से अपने निजी कारण हो सकते हैं, लेकिन कुछ मुख्य कारण कंपनी का अपनी हिस्सेदारी को मजबूत करना, अपने शेयर धारकों को ज्यादा मुनाफा देना, बाय बैक से स्टॉक की वैल्यू को बढ़ाना, कंपनी के पास पड़े कैश को अपने ही शेयर खरीद कर जब वह अंडरवेल्यू हो तो खरीदे जिससे कैश का सही इस्तेमाल हो सके, ऐसे बहुत से कारण हो सकते हैं जिसके लिए कंपनी शेयर बाय बैक करती है।
शेयर बाय बैक क्या है:
जब कोई कंपनी बाजार या अपने निवेशक से खुद अपनी कंपनी के शेयर खरीदती है, उसे शेयर बाय बैक कहा जाता है। शेयर बाय बैक की प्रोसेस , शेयर बाय बैक के क्या फायदे हैं, निवेशक के लिए शेयर बाय बैक अच्छा होता है या नहीं इससे जुड़ी जानकारी यह लेख में उपलब्ध है। ज्यादा जानकारी के लिए लेख को पूरा पढ़ें।
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| शीर्षक | Company share buy back kyun karti hai |
| श्रेणी | स्टॉक मार्केट |
| विवरण | Company share buy back kyun karti hai |
| वर्ष | 2023 |
| देश | भारत |
शेयर बाय बैक प्रोसेस:
जब भी कोई कंपनी अपने शेयर बाजार से बाय बैक करती है तो उसकी भी एक प्रोसेस होती है, जिसके बाद कंपनी अपने शेयर बाय बैक कर पाती है, वो प्रक्रिया इस प्रकार होती है जानें:
1. सबसे पहले कंपनी अपनी बोर्ड मीटिंग करती है जिसमें कंपनी के बोर्ड डायरेक्टर और कंपनी से जुड़े लोग मीटिंग में शामिल होते हैं जो कंपनी और बाजार की वर्तमान स्थिति के हिसाब से अपनी कंपनी के शेयर बाय बैक करने का फैसला लेते हैं।
2. मीटिंग में लिए गए बाय बैक के फैसले को पूरा करने के लिए जो नियम सरकार द्वारा और कंपनी के निजी महत्वपूर्ण काम जो शेयर बाय बैक करने के लिए करने हों वह सभी काम नियम के हिसाब से पूरा करते हैं।
3. फिर कंपनी अपने शेयर को किस तरह बाय बैक करेगी, कंपनी बाजार से अपने शेयर खरीदेगी, उसकी कीमत बाजार मूल्य के हिसाब से होगी या कंपनी मूल्य तय करती है और एक तय तरीके से की जाती है।
4. कंपनी शेयर बाय बैक करती है जिससे कंपनी की हिस्सेदारी में शेयर को जोड़ दिया जाता है। जिसे कंपनी के शेयर होल्डिंग पैटर्न में देखा जा सकता है और अपने सभी निवेशकों को इसकी जानकारी दी जाती है।
कंपनी शेयर बाय बैक कैसे करती है:
बोर्ड ऑफ़ मेंबर मीटिंग में निर्णय लेते हैं की कंपनी अपने कितने शेयर खरीदेगी और वह शेयर कितनी कीमत में खरीदेगी। सभी शर्तें तय की जाती हैं बोर्ड ऑफ़ मेंबर द्वारा सभी निवेशक और जरूरी जगह यह जानकारी देती है। कंपनी अपने निवेशक से संपर्क करके शेयर बाय बैक से जुड़ी सभी जानकारी देती है और वह निवेशक के किस प्रकार शेयर खरीदेगी, सभी जरूरी जानकारी कंपनी द्वारा अपने निवेशक को दे दी जाती है। आप अपने शेयर बाय बैक में बेच सकते हैं।
क्या मुझे अपने सारे शेयर बाय बैक में बेचना होगा?
यह सवाल हर निवेशक के मन में आता होगा जब कोई कंपनी के शेयर उसके पास हो और वह कंपनी अपने शेयर बाय बैक कर रही हो, बाय बैक के वक्त कंपनी अपने सभी निवेशकों को ऑफर देती है। निवेशक चाहें तो वह प्रक्रिया में शामिल होकर अपने शेयर बेच सकता है और नही बेचना चाहे तो वह इसका निर्णय लेकर शेयर को अपने पास होल्ड रख सकता है।
शेयर बाय बैक में क्या फायदे हैं?
शेयर बाय बैक में कंपनी के मूल्य में वृद्धि होती है, अपनी पूंजी का प्रबंधन करती है, कंपनी EPS अर्निंग पर शेयर दर पॉजिटिव होती है तो कंपनी के प्रॉफिट पर भी अच्छा इफेक्ट हो सकता है, कंपनी का डेट इक्विटी रेश्यो भी कम होता है, शेयर बाय बैक से कंपनी को इस प्रकार के बहुत से फायदे हो सकते हैं।
शेयर बाय बैक के निवेशक को क्या फायदे हैं?
जब कंपनी बाय बैक करती है तो कंपनी को बहुत से फायदे होते हैं, जो की हमने ऊपर आपको बताए हैं। अगर कोई निवेशक बाय बैक ऑफर में अपने शेयर बेचता है तो उसे अपने खरीदी मूल्य से ऊपर रुपए मिलेंगे और वह अपने शेयर बाय बैक में बही बेचता है तो कंपनी के शेयर की वैल्यू बढ़ती है, EPS बढ़ता है, कंपनी के फंडामेंटल में भी अच्छा सुधार होता है, कंपनी के शेयर बाय बैक से निवेशक को बहुत से फायदे होते हैं।
शेयर बाय बैक से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब हमने आपको इस लेख के माध्यम से दिए हैं, जो एक निवेशक को जानना बहुत जरूरी हैं। आप ऐसी महत्वपूर्ण जानकारी जो शेयर बाजार, निवेश से जुड़ी हम आपके लिए लिखते रहते है इसलिए आप moneyindex.in को पुश नोटिफिकेशन बेल दबाकर अभी फ़ॉलो करें और गूगल न्यूज़ पर भी हमें फॉलो करें।
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लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद
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