Financial security kya hai | फाइनेंशियल सिक्योरिटी क्या है

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Financial security kya hai | फाइनेंशियल सिक्योरिटी क्या है

By Javed / 24 November, 2023:


फाइनेंशियल सिक्योरिटी क्या है: फाइनेंशियल सिक्योरिटी दुनिया का हर व्यक्ति और सभी कॉरपोरेशन वाले चाहे वह कोई भी बिजनेस करते हों या दुनिया के किसी भी देश में रहकर अपना कारोबार चलाते हो, या व्यक्ति अपना जीवन, सभी अपने लिए फाइनेंशियल सिक्योरिटी चाहते हैं।


फाइनेंशियल सिक्योरिटी का मतलब धन संबंधित किसी भी प्रकार की कोई समस्या का नहीं होना है। व्यक्ति हो या कॉर्पोरेशन हर किसी को हर दिन अपने कार्य को करने के लिए धन की जरूरत होती है।


आने वाले समय में धन की समस्या नहीं हो इसलिए सब अपने लिए फाइनेंशियल सिक्योरिटी चाहते हैं और फाइनेंशियल सिक्योरिटी के लिए वह अपने स्तर पर प्रयास करते हैं जिससे उनका भविष्य बेहतर और खुशहाल रहे। उनके पास वित्तीय स्वतंत्रता (फाइनेंशियल फ्रीडम) रहे, उनको किसी भी प्रकार की धन से जुड़ी कोई भी समस्या का सामना ना करना पड़े।


इस लेख के माध्यम से फाइनेंशियल सिक्योरिटी क्या है और फाइनेंशियल सिक्योरिटी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी आपको प्राप्त होगी। आप अपने जीवन में कैसे फाइनेंशियल सिक्योरिटी हासिल कर सकते हैं, किस तरह लोग अलग अलग परिस्थितियों में होते हैं और कैसे धन से जुड़ी समस्याओं में अपना जीवन बिताते हैं और कैसे कोई भी व्यक्ति धीरे धीरे अपनी समस्या से बाहर निकल कर खुद को फाइनेंशियल सिक्योर बना सकता है। यह जानने के लिए लेख को पूरा पढ़ें।


Financial security kya hai | फाइनेंशियल सिक्योरिटी क्या है

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| शीर्षक | Financial security kya hai | फाइनेंशियल सिक्योरिटी क्या है |

| श्रेणी | इंवेस्टमेंट |

| विवरण | फाइनेंशियल सिक्योरिटी क्या है |


| वर्ष | 2023 |

| देश | भारत |


7 तरह की फाइनेंशियल स्थिति में लोग रहते हैं:


1. बेरोजगार, bankcrupt है:


बढ़ती महंगाई और रोजगार की कमी पूरी दुनिया में बहुत बड़ा मुद्दा है, इसलिए लोग भी इससे प्रभावित होते हैं। बेरोजगार उसे कहते हैं जिसके पास करने के लिए कोई काम नही हो। इस तरह के लोगों के पास कमाई का कोई साधन नहीं होता है और इनका जीवन यापन दूसरे लोगों पर निर्भर करता है, जब तक इनके पास आय का कोई साधन बने।


बैंक क्रप्ट, इस तरह के लोग किसी समस्या के कारण बर्बाद हो जाते हैं। उनका बिजनेस, आय के सोर्सेज सब खत्म हो जाता है। उनके पास अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए भी पर्याप्त धन नहीं होता है, इस तरह के लोगों को बैंक क्रप्ट कहा जाता है।


2. गरीब और मजदूर:


कमाई कम और खर्च ज्यादा, इस तरह के लोगों की फाइनेंशियल स्थिति को ब्रोक कहा जाता है। इस तरह के लोग आपको गांव, छोटे और बड़े शहर में मिल जाएंगे। इस तरह के लोग कोई छोटी नौकरी करते हैं, कोई काम करते हैं या मजदूरी। ऐसे लोगों के पास करने के लिए कोई काम तो होता है लेकिन इनकी इनकम बहुत कम होती है। इनकी जरूरतों के लिए जो धन चाहिए वह इनकम से बहुत ज्यादा होता है। 


इस तरह के लोगों को सिर्फ अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए जिंदगी भर संघर्ष करना पड़ता है। ऐसे लोग 2 वक्त की रोटी के लिए बहुत कड़ी मेहनत करते हैं। वित्तीय शिक्षा की कमी और दुनिया को देखने का गलत नजरिए से यह लोग अपना सारा जीवन इस तरह की परिस्थिति में बिता देते हैं। 


अगर इस प्रकार के लोग भी अपना जीवन बदलना चाहें तो वह बदल सकते हैं, खुद को धनवान बनाकर फाइनेंशियल सिक्योरिटी हासिल कर सकते हैं।


3. नौकरी पेशा लोग / lower middle class:


लोअर मिडिल क्लास लोगों का जीवन का स्तर दो नम्बर वाले व्यक्तियों से थोड़ा बेहतर होता है। इस तरह के लोग किसी कंपनी, फैक्ट्री, स्कूल या कॉलेज में काम करते हैं, जिन्हें महीने के 30 दिन 10 या 12 घंटे काम करने के लिए हर महीने 15 हज़ार से 20 हज़ार रुपए की सैलरी दी जाती है। सैलरी एक ही माध्यम होता है ऐसे लोगों की कमाई का। 


लोअर मिडिल क्लास हमेशा रुपए के लिए संघर्ष करते हैं। इस तरह के लोगों के लिए बड़ी बड़ी कंपनियां नए नए प्रोडक्ट बनाती हैं और बहुत प्यारे प्यारे विज्ञापन चलाकर अपने प्रोडक्ट बेचती हैं। इस तरह के लोगों को ही कंज्यूमर कहा जाता है, जो हर चीज को क्रेडिट कार्ड और ईएमआई के माध्यम से चीजों को कंज्यूम करते हैं मतलब खरीदते हैं। 


जिस दिन इनकी सैलरी इनके खाते में आती है, सैलरी का आधा हिस्सा ईएमआई में चला जाता है। इस तरह के लोग जिंदगी भर रुपए की समस्या से घिरे रहते हैं, या हर दिन रुपए कमाने के लिए लगे रहते हैं, हर महीने सैलरी मिलती है और हर महीने यह अपनी पूरी कमाई खर्च कर देते हैं। 


इनके पास कोई सेविंग्स भी नही होती है और क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन, होम लोन जैसी कर्ज भी होते हैं। यह एक रैट रेस में फंसे होते हैं। 


इस तरह के लोग भी अगर अपने अंदर सही वित्तीय समझ विकसित करें तो रैट रेस से खुद को बाहर निकाल सकते हैं, धन से जुड़ी सभी समस्याओं को ठीक कर सकते हैं और फाइनेंशियल सिक्योरिटी हासिल कर सकते हैं।


4. सामान्य लोग / मिडिल क्लास:


मिडिल क्लास लोगों के पास कमाई के ठीक ठीक साधन होते हैं। इस तरह के लोगों के पास अच्छे घर, अच्छी गाड़ी और अच्छे फोन देखने को मिल जाएंगे जिससे इस तरह के लोग खुदको अमीर समझते हैं। मिडिल क्लास लोग छोटे बिजनेस करने वाले, सरकारी नौकरी, वकील, टीचर जैसे लोग हो सकते हैं। 


यह अपने प्रोफेशन या कारोबार से धन तो बहुत कमाते हैं, अपनी जिंदगी भी बहुत अच्छी बिताते हैं। लेकिन ऐसे लोगों के पास संपत्ति के नाम पर अपना घर, गाड़ी, ज्वैलरी ही होती है और यह खुद धन कमाते हैं और अपने कमाए धन को अपनी लाइफस्टाइल मेंटेन करने के लिए खर्च करते हैं। 


इस तरह के लोगों के पास निवेश के नाम पर थोड़ा धन बैंक अकाउंट में और एफडी में होता है।


अगर आप अपने आस पास देखें तो आपको ज्यादातर लोग इन 4 स्थिति में मिलेंगे - बेरोजगार, जीने के लिए संघर्ष करने वाले, पूरे महीने कड़ी मेहनत करके भी धन की कमी में रहने वाले, अच्छी तनख्वाह पर काम करके या छोटा बिजनेस करके खुद धन कमाकर अपने लिए लायबिलिटी खरीदने वाले।


इन 4 तरह के लोगों में एक समानता है, इनकी वित्तीय समझ और धन से जुड़े विचार और इनके माइंडसेट, एक जैसे होते हैं और यह कभी फाइनेंशियल स्टेबल और फ्री नहीं हो सकते हैं क्योंकि यह अपने धन का सही उपयोग नही कर रहे हैं। जिसके कारण यह हमेशा गरीब रहते हैं और हमेशा धन कमाने के लिए काम करते रहते हैं। अगर यह चाहे तो खुद को फाइनेंशियल सिक्योरिटी दे सकते हैं।


अब हम आगे 3 तरह के लोगों के बारे में बात करेंगे जो खुद को फाइनेंशियल स्टेबल और फाइनेंशियल फ्री बनाने के लिए क्या करते हैं।


फाइनेंशियल सिक्योरिटी स्टेज 1

फाइनेंशियल सेफ्टी सिक्योर लोग:


फाइनेंशियल सेफ्टी हासिल करने और इसे सिक्योर करने के लिए इस तरह के लोग अपनी कमाई का कुछ हिस्सा बचाते हैं या फिर बचत करने के लिए कोई और एक्स्ट्रा काम करते हैं। बचत करना फाइनेंशियल फ्रीडम के लिए पहला कदम है।


यह हर महीने कुछ रुपए बचते हैं अपनी जरूरत के हिसाब से कैश इकठ्ठा करते हैं। उसके बाद अपनी सभी जरूरतों के हिसाब से एक इमरजेंसी फंड बनाते हैं, इमर्जेंसी फंड में 6 या 12 महीने का कुल खर्च बचा कर के जमा करते हैं।


इमर्जेंसी होने पर उन्हें अपने खर्च को पूरा करने में कोई समस्या नहीं हो, फिर इसके बाद वह किसी भी प्रकार से अपनी कमाई को बढ़ाते हैं अपने और अपने परिवार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस और लाइफ कवर जैसे इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते हैं। हेल्थ इंश्योरेंस उनकी सुरक्षा करता है, जब वह या उनके परिवार का कोई सदस्य बीमार हो तो हेल्थ इंश्योरेंस होने से इलाज के लिए रुपए की जरूरत नहीं हो।


इस तरह के लोग बचत, इमर्जेंसी फंड और इंश्योरेंस पॉलिसी के माध्यम से खुद को फाइनेंशियल सिक्योरिटी की पहली स्टेज पर ले आते हैं।


फाइनेंशियल सिक्योरिटी स्टेज 2

फाइनेंशियल स्टेबल लोग:


फाइनेंशियल स्टेबल लोग फाइनेंशियल स्मार्ट हो चुके होते हैं। इनके अंदर अच्छी वित्तीय समझ विकसित हो जाती है। यह लोग एसेट और लाइबिलिटी को अच्छे से समझ चुके होते हैं। इसलिए यह लोग अपने लिए स्मार्ट इनकम बनाते हैं, इनके पास अच्छी कार, अच्छे गैजेट या कोई भी ऐसी वस्तु जिसे किराए पर दिया जा सके यह उसे रेंट पर देते हैं जिससे यह अपनी कमाई बढ़ा सकें। बढ़ी हुई इनकम से अच्छे एसेट खरीदते हैं जिनसे पैसिव इनकम बना सकें। पैसिव इनकम में व्यक्ति को अपना समय और एनर्जी खर्च करना नही होती। पैसिव इनकम रेंट, डिविडेंड, रॉयल्टी हो सकती है या कोई भी ऐसी चीज जिसमे व्यक्ति को काम करने की जरूरत ना हो और कमाई होती रहे। 


इनका लक्ष्य फाइनेंशियल फ्रीडम हासिल करना होता है। यह लोग अपने लिए अपनी कमाई से एसेट खरीदते हैं, पैसिव इनकम बनाते रहते हैं, जब तक इनके सारे खर्च पैसिव इनकम से पूरे ना होने लगें और इन्हे रुपए कमाने के लिए और अपनी सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत नहीं करना पड़े, यह फाइनेंशियल फ्री और सिक्योर हों।


फाइनेंशियल सिक्योरिटी स्टेज 3

फाइनेंशियल फ्री और फाइनेंशियल सिक्योर लोग:


इस तरह के लोग धीरे धीरे खुद को इस स्टेज पर लाते हैं, पहले बताई गई स्थितियों से गुजर कर यह खुदको यहां लाते हैं। 


सही अमझ और सही काम करके एक छोटी शुरुआत करके खुदको फाइनेंशियल फ्री और सिक्योरिटी देने में कामयाब हो जाते हैं। ऐसे लोगों को धन से जुड़ी कोई समस्या नहीं होती , इनके पास बहुत से इनकम के साधन होते हैं, उन्हें रुपए कमाने के लिए काम नहीं करना पड़ता है और कुछ लोग फाइनेंशियल फ्रीडम पाने के बाद अपना पसंद का काम करना चाहते हैं। वह काम उनकी पसंद होती है और वह काम करते है और समय के साथ अपनी कमाई और संपत्ति बढ़ाते हैं जिससे समय के साथ और धनवान बनते रहते हैं। रुपए से जुड़ी समस्या को खत्म कर के फाइनेंशियल सिक्योरिटी के कवच में खुद को कर लेते हैं और एक खूबसूरत जीवन जीने का आनंद लेते हैं।


जरूरी बात:


फाइनेंशियल सिक्योरिटी क्या है और फाइनेंशियल स्थिति में जीने वाले लोगों के उदाहरण से आप को अपनी परिस्थिति का अंदाजा हो गया होगा। आप अभी किस स्तर का जीवन जी रहे हैं, आपको कैसा जीवन जीना है और कोई भी व्यक्ति अपनी स्थिति को खुद कैसे बदल सकता है अगर वह चाहे तो।


किसी भी व्यक्ति को अपनी स्थिति को बदलने के लिए सही शिक्षा की जरूरत होगी, सही शिक्षा उसे सही वित्तीय समझ देगी जो उसकी मदद करेगी उस स्थिति से बाहर निकलने में जिसमे अभी वह है। सही शिक्षा के लिए आप अच्छी किताबें पढ़ सकते हैं, अच्छी वेबसाइट्स पर जाकर आर्टिकल्स पढ़ सकते हैं जैसे आप अभी पढ़ रहे हैं। आप moneyindex.in को अभी पुश नोटिफिकेशन बेल दबाकर सब्सक्राइब करें या इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो करें जिससे आपको सही जानकारी और ज्ञान मिल सके जो आप को फाइनेंशियल सिक्योरिटी और फाइनेंशियल फ्री बनाने में मदद करेगा।


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लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद

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