Share bazar me upper circuit lower circuit kya hai | शेयर बाजार में अपर सर्किट लोअर सर्किट क्या है
By Javed / 08 January, 2024:
अपर सर्किट और लोअर सर्किट क्या है, शेयर बाजार में यह एक स्टॉक ट्रेडर के लिए समझना बहुत जरूरी होता है इसलिए क्योंकि शेयर बाजार में ट्रेड हर दिन होती है और शेयर के प्राइस हर दिन घटते और बढ़ते रहते हैं। कुछ स्टॉक में कभी अपर सर्किट लगता है या कभी लोअर सर्किट। वैसे छोटी कंपनी के पैनी स्टॉक में अपर सर्किट और लोअर सर्किट ज्यादा लगते हैं।
नए ट्रेडर्स जिनको यह जानकारी नहीं होती, यह लेख उनकी जानकारी के लिए लिखा गया है। अपर सर्किट लगने के बाद उस स्टॉक में ट्रेडिंग रुक जाती है, जिसके कारण स्टॉक में बाय और सेल के ऑर्डर नहीं लगते हैं।
अपर सर्किट क्या है| अपर सर्किट शेयर:
अपर सर्किट स्टॉक में सेबी रेगुलेटरी के नियम से जिनसे बाजार चलता है, उसके बनाए नियम के हिसाब से जब अपर सर्किट लगता है तो स्टॉक में ट्रेडिंग बंद कर दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि बाजार में स्टॉक को ज्यादा लोग खरीद रहे होते हैं और उसका प्राइस 10% से 20% तक अचानक बढ़ जाता है। जरूरत से ज्यादा तेजी से भाव बढ़ने के कारण स्टॉक में कुछ समय के लिए ट्रेड बंद कर दी जाती है और बेचने वालों की संख्या नही होती है या थोड़ी होती है, अपर सर्किट लगने पर।
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| शीर्षक | शेयर बाजार में अपर सर्किट लोअर सर्किट क्या है |
| श्रेणी | स्टॉक मार्केट|
| विवरण | शेयर बाजार में अपर सर्किट लोअर सर्किट क्या है |
| वर्ष | 2023 |
| देश | भारत |
लोअर सर्किट क्या है| लोअर सर्किट शेयर:
लोअर सर्किट में अपर सर्किट की तरह स्टॉक के प्राइस बहुत तेजी से नीचे की ओर गिरते हैं। किसी भी स्टॉक में लोअर सर्किट लगने का कारण, उसमें बायर बहुत थोड़े होते हैं और सेलर की संख्या बहुत ज्यादा होती है। जिससे स्टॉक बहुत ज्यादा परसेंट गिरता है तब उसमें लोअर सर्किट लगा दिया जाता है। जिससे कुछ समय के लिए स्टॉक ट्रेडिंग बंद की जाती है स्टॉक एक्सचेंज द्वारा सेबी के नियम के अनुसार।
अपर सर्किट शेयर कैसे खरीदें?
अपर सर्किट लगने पर स्टॉक में ट्रेडिंग रोक दी जाती है जिसके कारण कुछ समय के लिए ऑर्डर प्लेस नहीं होते हैं। अगर कोई व्यक्ति अपर सर्किट शेयर को खरीदना चाहता है तो वह अपने ब्रोकर के माध्यम से उसमें लिमिट ऑर्डर लगा सकता है। लिमिट ऑर्डर में एक तय प्राइस पर आर्डर प्लेस किए जाते हैं। अगर स्टॉक में ट्रेडिंग शुरू होगी तब अगर आपका ऑर्डर प्लेस होगा तो आपके लिए स्टॉक खरीद लिया जाएगा और आपका ऑर्डर नहीं लगने पर आर्डर कैंसिल हो सकता है।
लोअर सर्किट लगने पर स्टॉक कैसे बेचें?
लोअर सर्किट लगने पर स्टॉक का प्राइस बहुत तेजी से नीचे गिरता है। लोअर सर्किट लगने पर स्टॉक में ट्रेडिंग रोक दी जाती है जिससे ट्रेडर को बेचने में परेशानी होती है। वह आर्डर लगाता है लेकिन ऑर्डर नहीं लगता है और उसका नुकसान बढ़ता चला जाता है।
अगर लोअर सर्किट लग गया है और आप स्टॉक को बेचना चाहते हैं तो आप लिमिट ऑर्डर सेट कर दें। लिमिट ऑर्डर में अपना ट्रिगर प्राइस सेट कर दें, जब स्टॉक में ट्रेडिंग शुरू होगी और कोई खरीदने वाला अगर आपके प्राइस पर बाजार में मौजूद होगा तो आपका ऑर्डर प्लेस हो जाएगा, हालांकि बायर नहीं मिलने पर आर्डर कैंसिल भी हो सकता है।
अपर सर्किट कैसे तय किया जाता है?
अगर बाजार में किसी स्टॉक के खरीदने वाले एक दिन में बहुत ज्यादा बड़ी संख्या में किसी स्टॉक में खरीदारी करते हैं तो स्टॉक एक दम से ऊपर भागता है जिसके कारण स्टॉक एक्सचेंज द्वारा स्टॉक में ट्रेडिंग बंद की जाती है क्योंकि वह जरूरत से ज्यादा खरीदने पर कुछ परसेंट एकदम से भाग गया है और स्टॉक में बायर बहुत ज्यादा हैं जबकि सेलर नहीं है।
लोअर सर्किट में स्टॉक बेच सकते हैं?
लोअर सर्किट में स्टॉक में ट्रेडिंग बंद कर दी जाती है लिमिटेड टाइम के लिए। जब तक सर्किट लगा है तब तक ट्रेडिंग बंद होने के कारण स्टॉक को नहीं बेच सकते हैं। बस आप लिमिट ऑर्डर लगाकर स्टॉक को बेचने की कोशिश कर सकते हैं।
जरूरी बात:
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अगर आपको ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग का अनुभव कम है तो आपको पहले अच्छी नॉलेज की जरूरत है। आपको ऐसे स्टॉक से दूर रहना चाहिए जिसमें अपर और लोअर सर्किट लगते हैं क्योंकि ऐसे स्टॉक में लिक्विडिटी नहीं होती है। जिसके कारण यह सर्किट लगता है और ऐसा होने पर जो की बहुत होता है जिससे लोगों को बहुत नुकसान होता है।
सेबी रजिस्टर्ड वित्तीय सलाहकार की सहायता से अच्छे लार्ज कैप कंपनी में निवेश करना आपके लिए अच्छा होगा। लोअर अपर सर्किट लगने के कारण स्टॉक में वॉल्यूम का कम होना होता है जिसके कारण सर्किट लगते हैं और यह कंपनी बहुत छोटी और पैनी स्टॉक हो सकते हैं।
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लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद।