Volume kya hota hai share market me|वॉल्यूम क्या होता है शेयर मार्केट में
By Javed / 12 January, 2024:
वॉल्यूम शेयर बाजार में ट्रेड की कुल संख्या बताता है की प्रतिदिन लोगों ने कितना खरीदा और कितना बेचा है, उसकी संख्या को वॉल्यूम कहा जाता है।
उदाहरण के लिए, किसी स्टॉक के पूरे दिन में 500 शेयर बेचे गए हैं ₹50 के प्राइस पर 25000 की सेल हुई और 500 शेयर को ₹50 प्राइस पर खरीदा गया है तो 25000 की खरीदी हुई है तो इसका मतलब स्टॉक में 500 का वॉल्यूम होगा बायर और सेल दोनों की ट्रेड की संख्या मिलकर।
वॉल्यूम क्या काम करता है:
वॉल्यूम किसी भी ट्रेडर या निवेश करने वाले निवेशक की सहायता करता है स्टॉक में खरीदी बिक्री के लिए वॉल्यूम के माध्यम से। स्टॉक में कितने लोग रुचि रख रहे हैं, कितने लोग खरीद रहे हैं, कितना बेच रहे हैं, यह किसी भी स्टॉक के वॉल्यूम से पता किया जाता है, जिसमें स्टॉक के वॉल्यूम बहुत काम की जानकारी का स्रोत होता है ट्रेडर और इन्वेस्टर के लिए।
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| शीर्षक | वॉल्यूम क्या होता है शेयर मार्केट में |
| श्रेणी | स्टॉक मार्केट |
| विवरण | वॉल्यूम क्या होता है शेयर मार्केट में |
| वर्ष | 2023 |
| देश | भारत |
वॉल्यूम चेक कैसे करें:
अगर आप किसी स्टॉक का वॉल्यूम देखना चाहते हैं तो आपको मनी कंट्रोल के साइट पर किसी भी स्टॉक वॉल्यूम की जानकारी पता चल जाएगी।
सबसे पहले आप गूगल पर स्टॉक का नाम लिखें और सर्च करें, रिजल्ट में मनी कंट्रोल की साइट पर क्लिक करें, साइट खुलने के बाद नीचे स्क्रॉल करने पर आपको स्टॉक की वॉल्यूम का डाटा मिल जाएगा।
वॉल्यूम का क्या महत्व होता है
शेयर में वॉल्यूम का महत्व, अगर कोई निवेशक या ट्रेडर अपने लिए स्टॉक सिलेक्शन करता है तो उसे फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस करना होता है, जिसके लिए निवेशक और ट्रेडर सभी डाटा को एनालाइज करता है। उसमें वह स्टॉक में कितना वॉल्यूम है इसकी भी रिसर्च करता है। वॉल्यूम का डाटा टेक्निकल एनालिसिस में बहुत काम का होता है, जिससे निवेशक उस स्टॉक में अभी कितनी रुचि रख रहे हैं, इसका अनुमान वॉल्यूम के माध्यम से पता लगाने की कोशिश की जाती है स्टॉक में पोजीशन लेने के लिए। लेकिन हर ट्रेडर और निवेशक के पास अपनी स्ट्रेटजी और रिस्क मैनेजमेंट होता है जिसके अनुसार वह ट्रेड लेते हैं।
वॉल्यूम के अलावा भी वह बहुत से अनुपात, इंडिकेटर और अपनी रिसर्च करते हैं जिससे वह ट्रेड ले सकें। सिर्फ वॉल्यूम की जानकारी के दम पर आप ट्रेड नहीं ले सकते हैं। यह लेख सिर्फ जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है जिससे आपको वॉल्यूम क्या है, कैसे काम करता है इसकी जानकारी प्राप्त हो सके।
कम वॉल्यूम स्टॉक में कैसा है:
अगर किसी स्टॉक में कम वॉल्यूम है तो यह पता चलता है कि ट्रेडर स्टॉक में कम रुचि ले रहे हैं जिससे उस स्टॉक में ट्रेड कम हो रही है और उसके वॉल्यूम का मतलब खरीदी बिक्री कम हो रही है जिससे उसका प्राइस कम होने का अनुमान लगाया जाता है।
ज्यादा वॉल्यूम स्टॉक में कैसा है:
अगर किसी स्टॉक में वॉल्यूम ज्यादा है और लोग स्टॉक की डिलीवरी ज्यादा ले रहे हैं (डिलीवरी मतलब स्टॉक को खरीद कर होल्ड करना) और वॉल्यूम लगातार बढ़ रहा है तो लोग अपनी रुचि स्टॉक खरीदने में दिखा रहे हैं। ज्यादा डिलीवरी के कारण हो सकता है स्टॉक का प्राइस बढ़े, ऐसा अनुमान ट्रेडर और निवेशक लगाते हैं।
जरूरी बात:
What is volume in share market, वॉल्यूम क्या काम करता है और क्या होता है, इससे जुड़ी जानकारी लेख द्वारा आपको दी गई है। वॉल्यूम जैसे बहुत से अनुपात होते हैं जिनकी रिसर्च होती है जिसके बाद एक निवेशक अपनी पोजीशन बनाता है। हम आपको ऐसी ही जानकारी लेख के माध्यम से देते हैं।
हमने ब्लॉग पर pe ratio , pb ratio, बुक वैल्यू, डेट इक्विटी रेश्यो , शेयर कैपिटल, शेयर होल्डिंग पेटर्न जैसी महत्वपूर्ण जानकारी दूसरे लेख में लिखी है, जो बहुत महत्वपूर्ण जानकारी है जिसे आप स्टॉक मार्केट लेबल में जाकर सभी लेख को पढ़ सकते हैं जो आपकी सहायता कर सकते हैं आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए।
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लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद।